सब कुछ है तेरा कमाया हुआ,
बुरा भी अच्छा भी ,
हर बंदा तेरे आस पास, तेरा ही माँगा हुआ है
झूठा भी सच्चा भी ,
स्वीकार ले कि यह सब तेरा ही चुनाव है,
तेरा ही चुनाव है।
कुछ है जो तुझे याद नहीं,
कुछ है जो तुझे याद है,
कुछ है जो तेरे बस में है,
कुछ है जो तुझसे आज़ाद है,
तू क्यों कोसता है खुद को,
क्यों ऐसा तेरा स्वभाव है
यह तो सब तेरा ही चुनाव है ।
तू माने या नहीं पर,
मन को तेरे सब पता है,
कहाँ तू सही है ,
और कहाँ तेरी खता है,
जो पता है सब कुछ तो सुधार ले ख़ताये अपनी
सोच ले सब तेरा ही चुनाव है।
यह जो भी आस पास है वह तेरी ही कमाई है,
तेरी ही अच्छाई है और तेरी ही बुराई है,
जो चाहे खुद के लिए वही चुन सबके लिए
ये कर्म का सुझाव है ।
फिर भी अंत मे ….सब तेरा ही चुनाव है, तेरा ही चुनाव है।।.
सार — सब घटनाये और लोग हमारे जीवन में हमारे कर्मो के चुनाव का परिणाम है
इसलिये भले ही कम चुने ,पर सही चुने ..क्रिया भी, प्रतिक्रिया भी। .
you shape your thoughts nicely!
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बहुत बहुत धन्यवाद
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