कभी सोचना ज़रूर… क्या शब्द भी सफर करते हैं?नहीं? तो क्यूँ चलते हैं हमारे साथ-साथ हमारी उम्र की तरह, क्यूँ छूट नहीं जाते उम्र के पड़ावों की तरह... जिन्हें ज्यादा याद न करो, समय समय पर तरज़ीह न दो,वो बचपन की तरह धुंधला जाते हैं,याद करने पर याद आ भी जाते हैं,भूल जाने पर अपना… Continue reading शब्दों का सफ़र