Poems

मेरी रचना मेरे अहसास।

मेरी रचना मेरे लिए सिर्फ कुछ पंक्तियां नही, मेरे वो अहसास है, जिन्हें मैं कभी जता भी न पायी, और किसी को बता भी न पायी। कुछ उन ज़ख़्मो की याद है, जिन्हें मैं कभी भूल भी न पायी। कभी भर भी न पायी।। कुछ उन खुशियों की मिठास है, जिन्हें मैं जी भर के… Continue reading मेरी रचना मेरे अहसास।

Emotions, Poems

रंग बिरंगा आसमान किसके लिए.

ढ़का होता है नीला आकाश, बादलों के सांवलेपन से ,जैसे मन में प्रेम होने पर भी दूर होना किसी के अपनेपन से ,बादल है सच या वो नीलापन, पूछो अपने मन से...यह रंग बिरंगा आसमान किसके लिए... इंद्रधनुष की पिचकारी से निकलते हुए रंगों के मेले,सभी सुन्दर से, कि किसे रखें और किस से खेले… Continue reading रंग बिरंगा आसमान किसके लिए.

Emotions, Inspirational, Poems

शब्दों का सफ़र

कभी सोचना ज़रूर… क्या शब्द भी सफर करते हैं?नहीं? तो क्यूँ चलते हैं हमारे साथ-साथ हमारी उम्र की तरह, क्यूँ छूट नहीं जाते उम्र के पड़ावों की तरह... जिन्हें ज्यादा याद न करो, समय समय पर तरज़ीह न दो,वो बचपन की तरह धुंधला जाते हैं,याद करने पर याद आ भी जाते हैं,भूल जाने पर अपना… Continue reading शब्दों का सफ़र

Poems

अतुल सी- तुलसी

आँगन में लगी है वो निच्छल, चंचल सी... तुलसी।।मेरे साथ सदा मुस्कराई,मेरे हर भावना से वफादारी निभाई।मेरे रोने पर उसकी भी आंखें भर आयी।फिर सँभल कर मुझे हिम्मत बंधाई।।सुगंधित "पल्लव" के भरे पूरे कुल सी...   तुलसी।।हमसे अटूट श्रद्धा पाकर भी वो कभी नही इतराई,जड़ो को मिट्टी से बांधकर और ऊंची लहलहाई।हर तीज त्यौहार, दिवाली हमारे… Continue reading अतुल सी- तुलसी

Emotions, Inspirational, Muktak (मुक्तक), Poems

होंसले की कश्ती

हौंसलो का साथ न छोड़ना अंत तक.. कई बार कश्ती भी किनारा कर लिया करती है, किनारा मिलने से पहले।।समझ जाते है दिल से जुड़े लोग अनकहे इशारों को..कोई इशारा मिलने से पहले।।

Emotions, Poems

सभी इश्क़ मुक्कमल…

कौन कहता है इश्क़ सबके लिए नही होता। पर हाँ, हमेशा दोनो तरफा नही होता।। अपने अपने हिस्से का इश्क़ तो किया ही जा सकता है किसी से भी, कभी भी। पर हाँ... किसी से इज़हार नहीं होता, किसी से कबूल नही होता।। कोई पाने को मुक्कमल इश्क़ समझे, कोई फ़ना होने को। कोई भीड़… Continue reading सभी इश्क़ मुक्कमल…

देश, Inspirational, Poems

हम भी है देश के

बहुत हुआ सोच विचार चलो अब कुछ कर जाए।इस देश के लिए या तो जी ले या मर जाए।।यूँ भी जाना ही है एक दिन यह धरती छोडकरक्यों ना अपनी धरा के हिस्से में भी थोड़ा गौरव भर जाए।इस देश के लिए या तो जी ले या मर जाए।।सौंधी मिटी की महक सस्ती नही है… Continue reading हम भी है देश के

Emotions, Inspirational, Poems

पापा आपके जन्मदिन पर

जीवन की धरा के वो हिमालय थे, कि बर्फ से जमे सदा, कठिनाइयों की गर्मी पास आने नही दी।तन कर खड़े थे यूँ कि अपनो के सम्मान पर आंच आने नहीं दी। ऊँचाई पर इतने फिर भी धरती की महक गुम हो जाने नहीं दी। दिल से बांधकर स्वछंदता दी हमें, कि पथभ्रष्ट की स्थिति… Continue reading पापा आपके जन्मदिन पर

Poems

धन्यवाद कीजिये।।

सबको नही मिलता जो मिला है आपको, ज़रा कद्र कर लीजिये, जो दे रहा था वक़्त आपको, उसको तो वक़्त दीजिये। रुकता नही समय किसी के लिए ,जो अब तक धीरे थे तो गति तेज कीजिये, जिन्होंने भेजी आपको दिल की मन्नतें, समय निकाल कर उन्हें शुक्रिया तो भेज दीजिए।। ख़ुशनसीब है आप जो शुक्रिया… Continue reading धन्यवाद कीजिये।।

Emotions, Uncategorized

तुमने भी सही किया…

नही कहती मैं किसी से कि याद क्यों नही किया । अच्छा है जो तुम्हारे मन ने कहा तुमने वही किया ।। ज़बरन कशिश हो नही सकती रिश्तो में, न निभ सकता दिखावा, जिसने ख़ैरियत पूछी वो भी सही, जिसने नही पूछी , उसने भी सही किया।।

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कैसे संभाल पाओगे

मशरूफ जो हुए हम, अपनी तन्हाइयो में, यक़ीन मानो, तुम्हारी ज़रूरत ना रहेगी, तुम्हारी नज़रअंदाज़ी, और मेरी तन्हाई ही बातें करेगी, ज़ुबान फिर कुछ न कहेगी।। लग गयी जो लत उस तन्हाई के नशे की हमें चाहकर भी तुम छुडा ना पाओगे, फिर तुम्हारी तनहाई और मेरी नज़र अंदाज़ी को गुफ़्तगू करते पाओगे।

Emotions, Muktak (मुक्तक), Uncategorized

जो ऐसा होता…

भुलाने के बजाय, जो माफ़ कर देते तो कितना अच्छा होता। नज़र तो उस ऐनक से साफ हुईं, जो नज़रिया भी साफ कर देते तो कितना अच्छा होता।। गलत तो सिर्फ कुछ मुग़ालते थे,और उस पर वो ख़ामोशी.. गर चंद बाते कर, इंसाफ कर देते तो कितना अच्छा होता।।

Emotions, Inspirational, Uncategorized

चाँद उम्मीद का…

वक़्त के साथ रात और गहरी हो चली है, देखते है यह कब तक स्याह रह पायेगी, जब एक नारंगी रोशनी उसे छूकर सुबह में बदल जाएगी। हालांकि अमावस हो या पूर्णिमा, रात रात ही कहलाती है, अंधेरी हो या उजली, सुबह के ख्वाब दिखाती है। पर अंतर तो बस चाँद जितना है,चाहे वो आसमान… Continue reading चाँद उम्मीद का…

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जिजीविषा

दिल मे बस जाना आसान है,पर दिल से निकल कर फिर से बसना आसान नहीं।नज़रों में चढ़ जाना आसान है,पर नज़रों से गिर कर फिर से चढ़ना आसान नहीं।किसी का प्रेम पा लेना आसान है,पर प्रेम खो कर फिर से पाना आसान नहीं।कुछ पा कर हँसना आसान है पर,खोकर हँसना आसान नहीं।जीवन मिलना आसान हो… Continue reading जिजीविषा

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तलाश में गुम

अभी यहीं रखा है, मैने थोड़ा ही चखा है,कुछ काम याद आ गया, मेरा ध्यान मचला गयाइतने में उड़ गया, मेरा सुख चैन चला गया...आता है हर रोज़ वो, पर मुझे शायद फुरसत नहींअनदेखा महसूस हुआ, उसे लगा उसकी जरूरत नहींउसके लिए भागती हूँ हमेशा उसे यह पता नहींमैंने भी कभी बताया नही, उसकी भी… Continue reading तलाश में गुम

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एक कैद ऐसी भी ….

खुशबू उस पुराने गुलाब की,अब तक ज़हन से गयी नही।बावज़ूद इस इल्म के, कि महक ये इतनी भी नयी नही।उस डायरी के पन्नो में जम गई है यादे इस तरह अब स्याही ने भी कहना शुरू कर दिया किसी को यूँ कैद करना सही नही।।खुशबू उस पुराने गुलाब की,अब तक ज़हन से गयी नहीं।।

Inspirational, Uncategorized

दौर नर्म बारिश का

बारिशो का दौर है ,कैसे गुज़र जाने दे। कुछ नया आने को है, क्यों न उसे आने दे।। रंगहीन पानी ने रंग भर दिया चारो ओर , अपने तन मन को क्यों ना इसमें डुबाने दे बारिशो का दौर है , कैसे गुज़र जाने दे।। पंख लग जाते है, इस नन्हे से मन को, बादलो… Continue reading दौर नर्म बारिश का

Emotions, Poems

आज़ाद चाहत

सुकून की आरामगाह मिल जाती,दिल में भी पनाह मिल जाती,कोई फर्क न पड़े उसके प्यार को मेरी किसी बात से,ऐसी बिना वजह की चाह मिल जाती

Inspirational, Poems

निर्भय हो जा

दी हुई ज़िन्दगी उसकी, जैसा वो कहे वैसा कर जा जो वो कहे हिम पर्वत, तो बर्फ सा जम जा जो वो कहे शांत सरिता, तो निर्मल जल जैसे थम जा जो वो कहे पतझड़, तो सूखे पत्ते सा सहम जा फिर से उठ, न जमने के लिए न थमने के लिए ना अंत सामने… Continue reading निर्भय हो जा