जो संवारने से संवर जाए वो है जिंदगी,
जो गुजारने से गुजर जाए वह है जिंदगी।
बिखर जाने की ज़िद में आकर कभी सिमट जाए,
तो कभी सिमटने की कोशिश में बिखर जाए
वो है ज़िन्दगी।
कभी एक ही पल में उत्तर से दक्षिण हो,अपना रास्ता बदल लें,
कभी सालो तक एक ही धुन में निकल जाए वो है ज़िन्दगी।।
ना कोई समझता इसे, ना यह समझती किसी को, फिर भी अंत में, अपनी परिभाषा समझा जाए वो है ज़िन्दगी।।
How beautiful is this lines ❤️
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