वो फूल ही है,जो महकता है..,
वो फूल ही है, जो बिखरता है..
वो फूल ही है, जो झड़ के खत्म हो जाता है,..
और वो भी फूल ही है जो झड़ने के बाद भी इत्र बनकर औरो को महकाता है..
ये सादगी है उसकी की हर उम्र को स्वीकारता है..
यह वास्तविकता है उसके जीवन की ,जो सबको दिखलाता है।
कोई राय ना बनाये उसके बारे में बस यह सोचे,
कि प्रकृति का हिस्सा है वो बस अपनी प्रकृति जिये जाता है।
So beautiful and true ….👌🏻💕🌷
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