किसी की आहट से जो थोड़ी चमक जाती है,
दूर से पथरीली पर सरल सी नज़र आती है,
एक सड़क इस मन तक जाती है ।।
मुश्किल नही है इसे पार करना,
सीधी सी सड़क है तुम भी सरल रहना ।
थोड़ी धूप है, थोड़ी छांव भी है,
थोड़ा थोड़ा सब सहना।
हल्के उतार चढ़ाव के बाद ,
तुम्हारे हो सकने वाले आशियाने को दिखलाती है।
एक सड़क इस मन तक जाती है ।।
सुहाने मौसम में तो सभी आते है,
हो सके तो तुम कड़ी धूप में भी आना।
स्नेह की अनकही चाह को,
अपने मन में रखते लाना।
अनंत नही है ये सड़क ,
बीच बीच में मंज़िल भी झलकाती है ।
एक सड़क इस मन तक जाती है।।
पहुँच जाओ अगर जो मेरे मन तक,
तो ताउम्र साथ नहीं छोड़ना।
भ्रम, छलावे मैं धंसकर अपने जीवन की राह नही मोड़ना।
तोड़ देते है अक्सर ये गड्ढे आगे बढ़ने की राह को,
फिर से सफर करने की उम्मीद ना जोड़ना।।
यादें मिटती नही, बस धूल जम जाती है,
उस सड़क की राह देखना जो ,
तुम्हे मेरे मन तक पहुंचती है ।
सिर्फ प्रेम की सड़क इस मन तक आती है ।।
बहुत-खूब।
👌👌👌
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Bahut lajwab 👌👌👌💐💐
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